पीएम किसान के लाभार्थियों से ऑनलाइन हो रही धोखाधड़ी
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को मिलने वाली वित्तीय सहायता के लाभार्थियों के लिए ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सरकार ने इन धोखाधड़ी से बचने के लिए किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी है। धोखाधड़ी करने वाले ठगों द्वारा किसानों को धोखे से निजी जानकारी हासिल की जा रही है और बैंक खातों से पैसे निकाले जा रहे हैं।प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत किसानों को वित्तीय मदद मिलने में कोई रुकावट नहीं आए, इसके लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। लेकिन, ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों से बचने के लिए किसानों को जागरूक करना और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देना आवश्यक है।
सरकार ने जारी की चेतावनी
पीएम किसान योजना के तहत सरकार हर साल 6,000 रुपये तीन किस्तों में किसानों के बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर करती है। इन पैसों का उद्देश्य किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारना और उनकी खेती से जुड़ी जरूरतों को पूरा करना है। हालांकि, धोखाधड़ी की घटनाओं ने किसानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।सरकार ने किसानों से अपील की है कि वे हमेशा अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सोशल मीडिया पर साझा करने से बचें और केवल आधिकारिक स्रोतों से ही योजना से संबंधित जानकारी प्राप्त करें।
धोखाधड़ी से बचने के लिए 5 महत्वपूर्ण सलाह
- निजी जानकारी को सोशल मीडिया पर साझा न करें
- केवल आधिकारिक और प्रमाणिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें
- संदिग्ध कॉल्स या मैसेज से बचें
- फर्जी लिंक पर क्लिक करने से बचें
- अपने बैंक खाते की नियमित रूप से जांच करें
ईकेवाईसी और पंजीकरण अनिवार्य
किसान भाईयों के लिए यह भी अनिवार्य किया गया है कि वे पीएम किसान योजना का लाभ लेने के लिए अपनी ईकेवाईसी कराएं। इसके जरिए किसान अपने आधार कार्ड को योजना से लिंक कर सकते हैं, जिससे उनकी बैंक खाते में राशि का ट्रांसफर सरल हो जाएगा।
ई-मित्र सेवा के जरिए योजना से जुड़ी जानकारी प्राप्त करें
किसान अब पीएम किसान योजना से संबंधित सभी जानकारी अपने मोबाइल फोन पर ई-मित्र सेवा के माध्यम से पा सकते हैं। यह सेवा 24 घंटे उपलब्ध है और हिंदी, अंग्रेजी सहित विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध है। इस सेवा का उपयोग करके किसान पंजीकरण स्थिति, भुगतान की जानकारी और योजना से संबंधित अन्य सवालों का जवाब प्राप्त कर सकते हैं।