मध्य प्रदेश सरकार बना रही किसानों की ID
मध्य प्रदेश सरकार अब किसानों के लिए एक नई और प्रभावशाली पहल शुरू कर रही है, जिसके तहत हर किसान को एक विशिष्ट “फार्मर आईडी” दी जाएगी। इस पहल का उद्देश्य किसानों को शासकीय योजनाओं का लाभ सुगमता और पारदर्शिता के साथ प्रदान करना है, और उनकी सभी जानकारी एक स्थान पर उपलब्ध कराना है।
फार्मर आईडी का मुख्य उद्देश्य
इस पहल का मुख्य उद्देश्य किसानों के लिए योजनाओं की उपलब्धता को सरल बनाना, उनकी पारदर्शी जानकारी को सुनिश्चित करना, और सरकारी योजनाओं के लाभ को किसानों तक बिना किसी अवरोध के पहुँचाना है। इससे न केवल किसानों की जीवनशैली में सुधार होगा, बल्कि उनका भरोसा भी सरकारी योजनाओं और प्रक्रिया पर बढ़ेगा।
किसान की पूरी प्रोफाइल एक जगह
किसान की फार्मर आईडी में उनकी सभी महत्वपूर्ण जानकारी एकत्रित की जाएगी। इसमें किसान की भूमि संबंधी जानकारी, केसीसी (कृषि क्रेडिट कार्ड) से जुड़े ऋण खाता, प्रधानमंत्री सम्मान निधि की राशि, बीमा लाभ, और अन्य सरकारी योजनाओं का पूरा रिकॉर्ड शामिल होगा। इसके अलावा, किसान का आधार कार्ड, समग्र आईडी और ऋण पुस्तिका का डेटा भी एक साथ दर्ज रहेगा। इससे किसान का कोई भी रिकॉर्ड छुपाना या बदलना संभव नहीं होगा, और उनका पूरा डेटा सुरक्षित रहेगा।
लैंड रेकॉर्ड की सुरक्षा
फार्मर आईडी में किसान का आधार कार्ड, समग्र आईडी और ऋण पुस्तिका का रिकॉर्ड एकत्रित रूप में रहेगा, जिससे किसान के नाम पर जो भी जमीन होगी, चाहे वह किसी भी जिले में हो, सभी भूमि की जानकारी प्रोफाइल में शामिल रहेगी। पट्टे की जमीन का भी विवरण इस आईडी में दर्ज किया जाएगा। इसके साथ ही, किसान के ऋण खाता, केसीसी, बैंक से संबंधित सभी जानकारियां भी इस प्रोफाइल में उपलब्ध रहेंगी।आईडी में किसान की ज़मीन का रेकॉर्ड भी दर्ज रहेगा, जिससे भूमि संबंधी विवादों की संभावना कम होगी और किसानों के लिए भूमि का मालिकाना हक स्पष्ट रहेगा।किसान की प्रोफाइल तैयार होने से जमीन का फेर बदल भी नहीं किया जा सकेगा।
किसानों को मिलेंगे कई लाभ
- किसान अपनी आईडी के जरिए पीएम सम्मान निधि, फसल बीमा जैसी योजनाओं का लाभ आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। इसके साथ ही, अगर किसान की कोई अन्य जानकारी अपडेट करनी हो तो वह भी सरलता से कर सकते हैं।
- फार्मर आईडी के माध्यम से किसान अपने सभी रिकॉर्ड और योजनाओं की स्थिति को कभी भी और कहीं भी देख सकते हैं, जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी।
- आईडी में किसान की ज़मीन का रेकॉर्ड भी दर्ज रहेगा, जिससे भूमि संबंधी विवादों की संभावना कम होगी और किसानों के लिए भूमि का मालिकाना हक स्पष्ट रहेगा।
- किसान अपनी फार्मर आईडी के माध्यम से किसी भी सरकारी योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, जिससे उन्हें योजनाओं का लाभ जल्दी और बिना किसी दिक्कत के मिल सकेगा।
कैसे बनवाएं “फार्मर आईडी”
किसान अपनी फार्मर आईडी ग्राम पटवारी, सीएससी सेंटर, या कृषक सभा जैसे स्थानों पर बनवा सकते हैं। इसके अलावा, ऑनलाइन कियोस्क सेंटर पर भी आईडी बनाई जा सकती है। फार्मर आईडी बनवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज में सही नाम वाला आधार कार्ड, समग्र आईडी, आधार से लिंक मोबाइल नंबर, और ऋण पुस्तिका शामिल होगी।