महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने “आंगनवाड़ी लाभार्थी योजना” की शुरुआत की है। इस योजना के तहत महिलाओं और बच्चों को ₹2500 प्रति माह की आर्थिक सहायता दी जाएगी, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार हो सके। आइए, इस योजना से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियों पर एक नजर डालते हैं।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य समाज के कमजोर वर्ग, विशेषकर गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और छोटे बच्चों को पोषण, स्वास्थ्य और शिक्षा में सुधार प्रदान करना है। सरकार चाहती है कि कोई भी बच्चा कुपोषण का शिकार न हो और महिलाओं को आर्थिक सहायता मिले।
मुख्य लाभ
- मासिक आर्थिक सहायता:
महिलाओं और बच्चों को ₹2500 प्रति माह सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किए जाएंगे। - स्वास्थ्य और पोषण:
इस योजना से कुपोषण को कम करने और माताओं और बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाने का प्रयास किया गया है। - शिक्षा प्रोत्साहन:
आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों को प्राथमिक शिक्षा और पोषण की सुविधा दी जाएगी। - सीधे बैंक ट्रांसफर (DBT):
लाभार्थियों को मिलने वाली राशि सीधे उनके बैंक खाते में जमा की जाएगी, जिससे पारदर्शिता बनी रहे।
कौन उठा सकता है लाभ?
इस योजना के लिए पात्रता निम्नलिखित है:
- महिलाएं:
- गर्भवती महिलाएं
- धात्री माताएं (जिनके बच्चे 6 माह तक के हैं)
- बच्चे:
- 0-6 वर्ष तक के बच्चे
- आंगनवाड़ी केंद्रों में पंजीकृत बच्चे
- अन्य शर्तें:
- परिवार की वार्षिक आय सरकार द्वारा निर्धारित सीमा के भीतर होनी चाहिए।
- लाभार्थी के पास आधार कार्ड और बैंक खाता अनिवार्य है।
कैसे करें आवेदन?
- ऑनलाइन आवेदन:
योजना का लाभ लेने के लिए आप संबंधित राज्य की सरकारी वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। - आंगनवाड़ी केंद्र से संपर्क करें:
नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र में जाकर पंजीकरण कराएं। - आवश्यक दस्तावेज:
- आधार कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- आय प्रमाण पत्र
- गर्भावस्था या जन्म प्रमाण पत्र (जांच रिपोर्ट)
जरूरी तारीखें
योजना के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख राज्य सरकार द्वारा अलग-अलग तय की जाती है। इसलिए जल्द से जल्द पंजीकरण कराएं।