भारत सरकार ने रबी विपणन वर्ष 2025-26 के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ाकर ₹2,425 प्रति क्विंटल कर दिया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में ₹150 की वृद्धि है। यह कदम किसानों को प्रोत्साहित करने और घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया है।
MSP में वृद्धि का महत्व
- कृषि उत्पादन में वृद्धि: बढ़ा हुआ MSP किसानों को अधिक गेहूं उत्पादन के लिए प्रेरित करेगा, जिससे देश की खाद्य सुरक्षा मजबूत होगी।
- आय में सुधार: MSP में वृद्धि से किसानों की आय में सुधार होगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी।
पंजीकरण प्रक्रिया
मध्य प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिए पंजीकरण 20 जनवरी से 31 मार्च 2025 तक नि:शुल्क किया जाएगा। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे समय पर पंजीकरण कराएं और आवश्यक दस्तावेज तैयार रखें।
बाजार की स्थिति
हाल के दिनों में भारत में गेहूं की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं, जिससे आटा मिलों को संचालन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में सरकार का यह निर्णय आपूर्ति बढ़ाने और कीमतों को स्थिर करने में सहायक होगा।
बढ़ा हुआ MSP किसानों के लिए एक सकारात्मक कदम है, जो उन्हें बेहतर मूल्य दिलाने और कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने में मदद करेगा। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे पंजीकरण प्रक्रिया को समय पर पूरा करें और सरकारी नीतियों का लाभ उठाएं।