प्याज के बाजार में इन दिनों भाव में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। बढ़ती मांग और आपूर्ति की कमी के कारण प्याज के दामों में बड़ा बदलाव हो रहा है। किसानों और व्यापारियों दोनों के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण समय है।
प्याज के भाव में बदलाव के कारण
- मौसमी प्रभाव: प्याज की पैदावार में मौसम का महत्वपूर्ण योगदान है। हाल के दिनों में हुई बारिश ने फसल को नुकसान पहुंचाया है।
- भंडारण समस्या: प्याज का सही तरीके से भंडारण न हो पाने के कारण आपूर्ति बाधित हुई है।
- बढ़ती मांग: सर्दियों के मौसम में प्याज की खपत अधिक होती है, जिससे बाजार में इसकी मांग बढ़ गई है।
मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में प्याज के भाव
मंडी | आवक (टन) | न्यूनतम रेट (₹/क्विंटल) | अधिकतम रेट (₹/क्विंटल) | मोडल रेट (₹/क्विंटल) |
---|---|---|---|---|
इंदौर | 85 | 800 | 2600 | 1500 |
नीमच | 70 | 650 | 2200 | 1100 |
मंदसौर | 60 | 750 | 2081 | 1400 |
रतलाम | 50 | 850 | 2153 | 1600 |
उज्जैन | 65 | 800 | 2050 | 1225 |
आने वाले दिनों में भाव की संभावनाएं
व्यापारियों का कहना है कि जनवरी के पहले सप्ताह तक प्याज के भाव में स्थिरता आने की संभावना है। यदि आपूर्ति में सुधार नहीं हुआ तो कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है।
किसानों और ग्राहकों को सलाह
- किसानों के लिए: सही समय पर फसल बेचने और भंडारण पर ध्यान देना फायदेमंद होगा।
- ग्राहकों के लिए: बाजार की स्थिति को समझते हुए प्याज की खरीदारी करें और अधिक कीमतों से बचने के लिए थोक बाजारों का रुख करें।
भाव में बदलाव का यह दौर किसानों और ग्राहकों दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। प्याज की कीमतों पर नजर बनाए रखना जरूरी है।