मध्य प्रदेश में धान उपार्जन की अवधि तीन दिन बढ़ी
मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के 31 जिलों में धान उपार्जन की अवधि तीन दिन बढ़ा दी है। राज्य में हाल ही में हुई बारिश के कारण कई जिलों में धान की कटाई और उपार्जन में देरी हुई थी, जिसके मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है। अब इन जिलों के किसान 23 जनवरी तक अपना धान समर्थन मूल्य पर विक्रय कर सकेंगे।
31 जिलों में बढ़ाई गई उपार्जन अवधि
प्रदेश के जिन जिलों में यह अवधि बढ़ाई गई है, उनमें जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, मण्डला, डिण्डौरी, बालाघाट, सिवनी, छिन्दवाड़ा, रीवा, मऊगंज, सतना, मैहर, सिंगरौली, सीधी, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, रायसेन, सीहोर, विदिशा, भोपाल, ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, भिण्ड, सागर, दमोह और पन्ना जिले शामिल हैं।
खरीदी स्थगित करने का निर्णय
राज्य शासन ने इन जिलों में 30 और 31 दिसंबर तथा 1 जनवरी को धान की खरीदी को स्थगित कर दिया था, ताकि बुरी बारिश से उपार्जित धान का सुरक्षित भंडारण किया जा सके। इसके साथ ही, किसानों द्वारा बुक किए गए स्लॉट की वैधता अवधि भी पांच दिन के लिए बढ़ा दी गई है।
किसानों के लिए राहत
अब किसानों के पास 2 जनवरी से उपार्जन केंद्रों पर धान विक्रय करने का अवसर होगा। इस निर्णय से किसानों को बड़े पैमाने पर राहत मिलने की उम्मीद है, क्योंकि वे अब बारिश से प्रभावित फसल को समय पर बेच सकेंगे।राज्य सरकार के इस कदम से किसानों को न केवल धान की बिक्री में समय मिलेगा, बल्कि उचित मूल्य प्राप्त करने का भी बेहतर मौका मिलेगा।