मध्य प्रदेश समेत देशभर के कई मंडियों में लहसुन के दाम में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। कुछ हफ्ते पहले जहां लहसुन ₹20,000-₹22,000 प्रति क्विंटल बिक रहा था, वहीं अब इसके भाव घटकर ₹10,000-₹12,000 प्रति क्विंटल तक आ गए हैं। इस अचानक गिरावट से किसानों में भारी चिंता का माहौल है, खासकर उन किसानों के लिए जिन्होंने ₹50,000 प्रति क्विंटल के महंगे बीज से लहसुन की खेती की थी। अब सवाल यह है कि क्या लहसुन के दाम फिर से बढ़ेंगे या किसान को और नुकसान झेलना पड़ेगा? आइए जानते हैं बाजार की पूरी स्थिति।
लहसुन के दाम में गिरावट क्यों आई?
- नई फसल की आवक: बाजार में नई लहसुन की सप्लाई बढ़ने से दामों में गिरावट आई है।
- कमजोर डिमांड: घरेलू और निर्यात बाजार में मांग की कमी से लहसुन के भाव दबाव में हैं।
- बड़ी स्टॉकिंग नहीं: व्यापारियों और कोल्ड स्टोरेज मालिकों द्वारा अधिक स्टॉक नहीं किया जा रहा, जिससे बाजार में तुरंत बिकवाली का दबाव बढ़ रहा है।
- आयात का प्रभाव: चीन और अन्य देशों से लहसुन का आयात होने से घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा है।
मौजूदा मंडी भाव (मध्य प्रदेश और अन्य प्रमुख बाजारों में)
मंडी का नाम | पहले का भाव (₹/क्विंटल) | अभी का भाव (₹/क्विंटल) |
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इंदौर | ₹20,000 – ₹22,000 | ₹10,000 – ₹12,000 |
मंदसौर | ₹18,500 – ₹21,000 | ₹11,000 – ₹12,500 |
नीमच | ₹19,000 – ₹22,000 | ₹10,500 – ₹12,000 |
उज्जैन | ₹18,000 – ₹21,500 | ₹10,000 – ₹12,200 |
रतलाम | ₹19,500 – ₹22,000 | ₹10,200 – ₹11,800 |
क्या फिर से बढ़ेंगे लहसुन के दाम?
विशेषज्ञों का मानना है कि मार्च-अप्रैल में जब नई फसल की आवक पूरी हो जाएगी और स्टॉक धीरे-धीरे खत्म होने लगेगा, तब लहसुन के दाम में सुधार हो सकता है।
तेजी के संभावित कारण:
- गर्मी के मौसम में लहसुन की मांग बढ़ सकती है।
- निर्यात बढ़ने पर घरेलू बाजार में सप्लाई घटेगी, जिससे दाम में सुधार होगा।
- सरकारी हस्तक्षेप या MSP पर खरीद से किसानों को राहत मिल सकती है।
क्या करना चाहिए?
- अगर भंडारण की सुविधा है, तो तुरंत बिकवाली न करें, बल्कि कुछ समय इंतजार करें।
- मंडी की रोज़ाना रिपोर्ट पर नजर रखें और मांग के हिसाब से फसल बेचें।
- सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की मांग करें ताकि किसानों को उचित लाभ मिल सके।
लहसुन के दामों में भारी गिरावट से किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है, खासकर उन किसानों को जिन्होंने महंगे बीज लगाकर फसल उगाई थी। हालांकि, बाजार के जानकारों का मानना है कि आने वाले महीनों में भाव में सुधार हो सकता है। ऐसे में किसानों को धैर्य रखना होगा और सही समय पर सही निर्णय लेना होगा। आपको क्या लगता है, लहसुन के दाम कब तक बढ़ेंगे? हमें कमेंट में बताएं!