भारत में खेती-किसानी से जुड़े किसानों के लिए नए साल 2025 की शुरुआत में एक बड़ी राहत की खबर आई है। डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) खाद की कीमतों में ₹1500 तक की गिरावट दर्ज की गई है। यह कदम सरकार द्वारा किसानों को आर्थिक मदद पहुंचाने और खेती के खर्च को कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
डीएपी खाद की नई कीमतें
डीएपी खाद की कीमतों में भारी गिरावट के बाद, अब इसकी नई कीमत ₹1200 से ₹1250 प्रति बोरी (50 किलोग्राम) के बीच हो गई है। पहले यह कीमत ₹2700 के आसपास थी, जिससे किसानों पर काफी आर्थिक बोझ पड़ रहा था।
कीमत में गिरावट के मुख्य कारण
- सरकार की सब्सिडी: सरकार ने डीएपी खाद पर अतिरिक्त सब्सिडी प्रदान की है, जिससे इसकी कीमतों में कमी आई है।
- कच्चे माल की लागत में कमी: अंतरराष्ट्रीय बाजार में फॉस्फेट और अन्य कच्चे माल की कीमतों में गिरावट आई है।
- स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा: भारत में डीएपी खाद का उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकारी प्रयास सफल रहे हैं।
किसानों को क्या होगा फायदा?
- खर्च में कमी: फसल उत्पादन पर होने वाले खर्च में कमी आएगी, जिससे किसानों को अधिक मुनाफा होगा।
- उत्पादन में वृद्धि: सस्ती खाद मिलने से किसान अधिक भूमि पर खेती कर सकेंगे।
- आर्थिक स्थिरता: महंगे इनपुट से छुटकारा मिलने पर किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
सरकार का बयान
कृषि मंत्रालय ने कहा है कि यह कदम किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य की दिशा में महत्वपूर्ण है। साथ ही, आने वाले महीनों में अन्य उर्वरकों की कीमतों में भी राहत देने की योजना बनाई जा रही है।
डीएपी खाद की कीमतों में आई यह गिरावट निश्चित रूप से किसानों के लिए एक बड़ी राहत है। इससे खेती-किसानी को बढ़ावा मिलेगा और भारत में खाद्यान्न उत्पादन बढ़ेगा।