कोपरा का नया समर्थन मूल्य : कोपरा के लिए नई MSP तय , किसानों को 2025 में होगा बड़ा मुनाफा

By
On:
Follow Us

कोपरा के न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित जानकारी..

केंद्र सरकार ने किसानों के लिए एक और बड़ा कदम उठाते हुए 2025 विपणन मौसम के लिए कोपरा (नारियल का सूखा गोला) का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) घोषित कर दिया है। इस निर्णय का उद्देश्य किसानों को उनकी मेहनत का सही मूल्य देना और कोपरा उत्पादन को बढ़ावा देना है।

2025 के लिए नया समर्थन मूल्य क्या हैं??

सरकार ने 2025 के लिए मिलिंग कोपरा का एमएसपी ₹11,582 प्रति क्विंटल और बॉल कोपरा का एमएसपी ₹12,100 प्रति क्विंटल तय किया है। यह 2014 की तुलना में क्रमश: 121% और 120% की वृद्धि को दर्शाता है।उस समय मिलिंग कोपरा की कीमत ₹5,250 प्रति क्विंटल और बॉल कोपरा की ₹5,500 प्रति क्विंटल थी।

किसानों को होगा सीधा मुनाफा

नई एमएसपी न केवल किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिलाएगी, बल्कि उन्हें कोपरा उत्पादन में निवेश बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगी। इससे घरेलू बाजार के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार की मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी।इससे किसानों को उनकी आय बढ़ाने का अवसर मिलेगा और वे नई तकनीकों और संसाधनों में निवेश कर सकेंगे।

खरीद प्रक्रिया और समर्थन योजना

  • मूल्य समर्थन योजना (PSS) के तहत, नेफेड (NAFED) और एनसीसीएफ (NCCF) केंद्रीय नोडल एजेंसियों के रूप में काम करेंगी।
  • ये एजेंसियां किसानों से सीधे उनकी उपज की खरीद सुनिश्चित करेंगी, जिससे उन्हें एमएसपी का पूरा लाभ मिल सके।
  • केंद्र और राज्य सरकार मिलकर यह सुनिश्चित करेंगी कि खरीद प्रक्रिया सुचारू और पारदर्शी हो।

सरकार का लक्ष्य

सरकार का लक्ष्य है कि किसानों को उनके उत्पादन लागत का कम से कम 1.5 गुना मूल्य मिले। इस नीति के तहत कोपरा जैसे प्रमुख फसलों के उत्पादन को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

2018-19 में घोषित नीति के अनुरूप

सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि एमएसपी को अखिल भारतीय औसत उत्पादन लागत के 1.5 गुना के आधार पर तय किया गया है। यह कदम 2018-19 में घोषित नीति के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य किसानों को लाभकारी मूल्य प्रदान करना है।इस नीति के तहत कोपरा जैसी प्रमुख फसलों पर विशेष ध्यान दिया गया है।

नारियल उत्पादकों की प्रतिक्रिया

किसानों और विशेषज्ञों ने इस कदम की सराहना की है। उनका कहना है कि यह निर्णय न केवल उनकी आय में वृद्धि करेगा, बल्कि उन्हें बेहतर तकनीक और संसाधनों में निवेश करने का भी अवसर देगा।इस फैसले से नारियल आधारित उद्योगों और उनकी आपूर्ति श्रृंखला को भी मजबूती मिलेगी।

कृषि विकास की ओर एक बड़ा कदम

यह घोषणा न केवल कोपरा उत्पादन को प्रोत्साहित करेगी, बल्कि इससे जुड़ी अन्य नारियल आधारित उत्पादों की आपूर्ति श्रृंखला को भी मजबूती मिलेगी।इससे देश में नारियल किसानों को नई संभावनाएं और स्थायित्व प्राप्त होगा।

For Feedback - patidarpatidar338@gmail.com

Leave a Comment

WhatsApp Group Link