अधिक उत्पादन के लिए चने की उन्नत किस्में: जानें कौनसी किस्में देंगी बंपर पैदावार!

By
On:
Follow Us

भारत में चने की उन्नत किस्में फसल की गुणवत्ता, उत्पादन क्षमता, और बीमारियों से प्रतिरोध की दृष्टि से कृषि विशेषज्ञों द्वारा विकसित की गई हैं। इन किस्मों का चयन उन किसानों के लिए फायदेमंद है जो कम समय में अधिक उत्पादन प्राप्त करना चाहते हैं। यहां कुछ प्रमुख उन्नत चना किस्में दी जा रही हैं:

1. जेजी 11 (JG 11)

  • उत्पादन क्षमता: प्रति हेक्टेयर 20-25 क्विंटल तक।
  • खासियत: सूखा-प्रतिरोधी और जल्दी पकने वाली किस्म, जो लगभग 95-100 दिनों में तैयार हो जाती है।
  • स्थान: मुख्य रूप से दक्षिण और मध्य भारत में सफल।

2. पूसा 362 (Pusa 362)

  • उत्पादन क्षमता: 18-20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर।
  • लाभ: यह किस्म पत्ती मोज़ेक जैसे रोगों के प्रति प्रतिरोधी है और अधिकतर जलवायु में उगाई जा सकती है।
  • पकने का समय: 110-115 दिन।

3. बीजी 256 (BG 256)

  • उत्पादन: लगभग 20-22 क्विंटल प्रति हेक्टेयर।
  • खासियत: यह सूखे की स्थिति में भी अच्छे परिणाम देती है और 100-105 दिनों में फसल तैयार हो जाती है।

4. आरवीजी 202 (RVG 202)

  • उत्पादन क्षमता: प्रति हेक्टेयर 23-25 क्विंटल।
  • लाभ: यह किस्म सूखा सहन करने में सक्षम है और बड़ी दाने वाली होती है, जो बाजार में अधिक मांग में रहती है।
  • पकने का समय: 100-105 दिन।

5. आईसीसीवी 2 (ICCV 2)

  • उत्पादन: लगभग 22-25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर।
  • लाभ: जल्दी पकने वाली किस्म, जो छोटे पौधों में भी अच्छी पैदावार देती है और 85-90 दिनों में तैयार हो जाती है।

6. मालवीय चना 1 (Malviya Chana 1)

  • उत्पादन क्षमता: प्रति हेक्टेयर 20-23 क्विंटल।
  • खासियत: यह किस्म मध्य प्रदेश में लोकप्रिय है और बीमारियों के प्रति मजबूत प्रतिरोधी है।
  • अवधि: लगभग 100 दिन।

इन उन्नत किस्मों के उपयोग से किसान बेहतर उत्पादन, उच्च गुणवत्ता, और कम खर्च में लाभ कमा सकते हैं। इन किस्मों का चयन करते समय अपनी भूमि की मिट्टी, जलवायु और अन्य स्थानीय कारकों का ध्यान रखना भी आवश्यक है, जिससे फसल उत्पादन की संभावनाओं में वृद्धि हो सके।

KisanHelps.in

"मैं एक किसान हूँ और पिछले 5 वर्षों से किसानों के लिए उपयोगी जानकारी साझा करने का काम कर रहा हूँ। मंडियों के ताजा भाव, सरकारी योजनाओं की जानकारी और खेती से जुड़ी नई तकनीकों को सरल भाषा में किसानों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ, ताकि वे जागरूक और आत्मनिर्भर बन सकें।"

For Feedback - patidarpatidar338@gmail.com

Leave a Comment

WhatsApp Group Link