नींबू की खेती में अपनाएं ये स्मार्ट तकनीकें, होगी बंपर पैदावार और जबरदस्त मुनाफा

By
On:
Follow Us

नींबू की खेती कैसे करें? पूरी जानकारी आसान भाषा में

नींबू एक बहुत ही फायदेमंद बागवानी फसल है। इसमें विटामिन C भरपूर मात्रा में होता है और इसका उपयोग औषधीय, खाने-पीने और व्यापारिक रूप से किया जाता है। अगर किसान सही तकनीक और वैज्ञानिक तरीके अपनाएं, तो नींबू की फसल से अच्छी कमाई कर सकते हैं।

1. जमीन का चुनाव और तैयारी

नींबू के लिए बलुई-दोमट और उपजाऊ मिट्टी सबसे अच्छी रहती है। खेत में पानी निकासी की व्यवस्था होनी चाहिए। मिट्टी का pH 5.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए। खेत को अच्छे से जुताई कर लें और गोबर की खाद (15-20 टन प्रति हेक्टेयर) डालें।

2. अच्छी किस्मों का चयन करें

अच्छी पैदावार के लिए इन किस्मों को लगाएं:

  • कागजी नींबू (अधिक अम्लता वाला)
  • गंधराज नींबू (सुगंध के लिए)
  • पंत नींबू-1 और सामान्य नींबू (ज्यादा उत्पादन के लिए)

3. पौधारोपण कैसे करें?

पौधे मानसून की शुरुआत (जुलाई-अगस्त) में लगाएं। पौधों के बीच 4-5 मीटर की दूरी रखें। गड्ढा 60x60x60 सेमी का हो और उसमें गोबर की खाद, नीम खली और फफूंदनाशक डालें।

4. सिंचाई का तरीका

नींबू के पौधों को गर्मियों में हर 7-10 दिन में और सर्दियों में हर 15-20 दिन में पानी दें। पानी बचाने के लिए ड्रिप इरिगेशन (टपक सिंचाई) का उपयोग करें। फूल और फल बनने के समय सिंचाई का विशेष ध्यान रखें।

5. खाद और उर्वरक

पौधों को सही मात्रा में खाद देने से उत्पादन अच्छा होता है:

  • पहले साल: 100 ग्राम नाइट्रोजन, 50-50 ग्राम फॉस्फोरस और पोटाश प्रति पौधा।
  • दूसरे साल: 200 ग्राम नाइट्रोजन, 100-100 ग्राम फॉस्फोरस और पोटाश।
  • तीसरे साल से: 600 ग्राम नाइट्रोजन, 300-300 ग्राम फॉस्फोरस और पोटाश प्रति पौधा।
    इसके साथ ही जिंक, आयरन और बोरॉन का स्प्रे करें।

6. पौधों की छंटाई

सूखी, रोगग्रस्त और मरी हुई टहनियों को काटें। हर साल वसंत ऋतु में छंटाई करें ताकि पौधों में नई शाखाएं आएं और आकार अच्छा बना रहे।

7. कीट और रोग नियंत्रण

  • लीफ माइनर: नीम का तेल या इमिडाक्लोप्रिड का छिड़काव करें।
  • सिट्रस कैंकर: कॉपर ऑक्सीक्लोराइड का छिड़काव करें।
  • फूल और फल झड़ना: पानी और खाद की सही व्यवस्था करें। जैविक कीटनाशकों का भी इस्तेमाल करें।

8. फूल और फल झड़ने से कैसे बचाएं?

फूल और फल बनने के समय खेत में नमी बनाए रखें। पोटाश और जिंक सल्फेट का छिड़काव करें। गिबरेलिक एसिड का स्प्रे करने से भी फायदा होगा।

9. मल्चिंग और खरपतवार

पौधों के चारों ओर खरपतवार हटाकर मल्चिंग करें। इससे मिट्टी में नमी बनी रहती है और खरपतवार भी नहीं उगते।

10. फसल चक्र और अंतःफसल

नींबू के साथ-साथ मटर, मूंग, उड़द जैसी फसलें भी बो सकते हैं। इससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है।

11. फसल का प्रबंधन

फलों को समय-समय पर तोड़ते रहें ताकि नई शाखाएं निकलें। फलों को सावधानी से तोड़ें ताकि पौधों को नुकसान न हो।

12. मौसम और तापमान

नींबू के लिए 25-35°C तापमान अच्छा होता है। ज्यादा ठंड या गर्मी से बचाव करें। ठंड में पौधों को घास या प्लास्टिक से ढक सकते हैं।

13. फसल की बिक्री और प्रोसेसिंग

अच्छी फसल के लिए किसानों को सही मार्केटिंग करनी चाहिए। नींबू की प्रोसेसिंग यूनिट्स में फलों को बेचकर ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है।

For Feedback - patidarpatidar338@gmail.com

Leave a Comment

WhatsApp Group Link