जानिए, अगस्त माह में उगाई जाने वाली सब्जियों की जानकारी
अगस्त का महीना खेती के लिए विशेष महत्व रखता है, खासकर उन किसानों के लिए जो कम समय में तैयार होने वाली फसलों से अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं। इस मौसम में बारिश की नमी मिट्टी को उपजाऊ बनाती है, जिससे सब्जियों की अच्छी वृद्धि होती है। यही कारण है कि यह महीना कई तरह की सब्जियों की बुवाई के लिए उपयुक्त माना जाता है। सब्जियों की खेती की सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि इनमें लागत कम आती है, समय कम लगता है और बाजार में इनकी मांग बनी रहती है, जिससे किसानों को फसल बेचते ही तुरंत मुनाफा मिल जाता है। बहुत से किसान अब पारंपरिक फसलों के साथ-साथ सब्जी उत्पादन को भी अपनाकर निरंतर आमदनी का स्रोत बना रहे हैं।
अगस्त माह में बोई जाने वाली उन्नत 5 सब्जियां
1. पालक की खेती
पालक की फसल मात्र 30 दिन में तैयार हो जाती है और यह हरे पत्तों वाली सब्जियों में सबसे ज्यादा मांग वाली फसल है। बरसात के मौसम में मेड विधि से बुवाई करने पर फसल पर पानी का बुरा असर नहीं होता। जोबनेर ग्रीन, पूसा ज्योति, ऑल ग्रीन जैसी किस्मों की बुवाई की जा सकती है। एक हेक्टेयर में 150 से 250 क्विंटल तक उपज हो सकती है और बाजार में 15 से 20 रुपए प्रति किलो के हिसाब से पालक से भी लाखों की कमाई की जा सकती है।
2. टमाटर की खेती
टमाटर की खेती अगस्त में बहुत लाभकारी मानी जाती है क्योंकि इस समय रोपाई करने पर पौधे जल्दी बढ़ते हैं और 65 से 70 दिन में फल देने लगते हैं। टमाटर की मांग साल भर बनी रहती है, जिससे किसान को मंडियों में अच्छे भाव मिलते हैं। टमाटर की हाइब्रिड किस्में जैसे पूसा हाइब्रिड-1, पूसा हाइब्रिड-4, अविनाश-2 या रश्मि आदि अधिक पैदावार देती हैं। प्रति हेक्टेयर 800 से 1200 क्विंटल तक उपज ली जा सकती है। यदि बाजार भाव 10 रुपए प्रति किलो भी हो, तो टमाटर की खेती से लाखों की कमाई संभव है।
3. गोभी की खेती
अगस्त माह फूलगोभी और पत्तागोभी दोनों की खेती के लिए अच्छा है। फूलगोभी की अगेती, मध्यम और पिछेती किस्मों की बुवाई की जा सकती है, जैसे पूसा दीपाली, पूसा स्नोबाल, समर किंग आदि। पत्तागोभी के लिए पूसा ड्रमहेड या गोल्डन एकर जैसी किस्में बहुत लाभदायक होती हैं। गोभी की फसल 70 से 80 दिन में तैयार हो जाती है और यदि एक एकड़ में 100 क्विंटल तक उपज होती है तो अच्छी कीमत मिलने पर दो लाख रुपए तक की कमाई संभव है।
4. मूली की खेती
मूली एक ऐसी सब्जी है जिसकी खेती अगस्त में शुरू कर देना चाहिए। इसकी फसल 50 से 60 दिन में तैयार हो जाती है। पूसा हिमानी, रैपिड रेड व्हाइट टिप्ड जैसी किस्में काफी उपज देती हैं। एक हेक्टेयर में 250 क्विंटल तक उत्पादन संभव है। यदि बाजार में मूली 10-20 रुपए प्रति किलो भी बिकती है तो लागत निकालने के बाद भी अच्छी कमाई हो जाती है।
5. भिंडी की खेती
भिंडी की खेती इस समय अत्यंत लाभदायक होती है क्योंकि यह कम समय में तैयार हो जाती है और इसके भाव सालभर स्थिर रहते हैं। पूसा ए-4, परभणी क्रांति, हिसार उन्नत जैसी किस्में अच्छी पैदावार देती हैं। अगर भिंडी की खेती वैज्ञानिक तरीके से की जाए तो एक एकड़ में 3 से 5 लाख रुपए तक की आमदनी हो सकती है।