Maruti Suzuki पिछले 22 वर्षों से भारतीय कार बाजार पर राज कर रही है। अगर हम हर महीने की टॉप-10 सेलिंग कारों की सूची देखें तो उसमें हमेशा मारुति की कारें छाई रहती हैं। इसकी वैगनआर, स्विफ्ट, डिजायर और अर्टिगा जैसी कारों को भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाले मॉडल्स के रूप में जाना जाता है। ये कारें बिक्री के मामले में हमेशा पहले, दूसरे या तीसरे स्थान पर रहती हैं।
लेकिन, कुछ साल पहले देश के एक और कार निर्माता ने ऐसी एसयूवी लॉन्च की, जिसने मारुति की कारों से नंबर-1 की चोटी छीन ली। इस एसयूवी ने भारतीय बाजार में एक नई लहर पैदा की, और यह आज लगभग 4 लाख से ज्यादा घरों तक पहुंच चुकी है। इसने अपने शानदार परफॉर्मेंस, स्पेस और सेफ्टी फीचर्स के साथ उपभोक्ताओं का दिल जीत लिया है।

Tata Punch: The new face of a budget SUV
इंडियन कार मार्केट में टाटा पंच (Tata Punch) अब एक जाना-पहचाना नाम बन चुका है। टाटा मोटर्स ने अक्टूबर 2021 में इसे बजट एसयूवी के रूप में लॉन्च किया था, और तब से इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है। कंपनी ने इसे 5.49 लाख रुपये की एक्स-शोरूम कीमत पर लॉन्च किया था, और यह आज भी अपने सेगमेंट में आने वाली सबसे सुरक्षित कारों में से एक मानी जाती है। टाटा पंच के लेटेस्ट जनरेशन की कीमत 6.12 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है, और यह 5-स्टार ग्लोबल NCAP सेफ्टी रेटिंग के साथ आती है। टाटा इसे पेट्रोल के साथ-साथ सीएनजी और इलेक्ट्रिक वर्जन में भी उपलब्ध करा रही है।
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Tata Punch left Maruti behind
मार्केट रिसर्च फर्म जाटो डायनामिक्स के अनुसार, जनवरी से जुलाई 2024 के बीच मारुति वैगनआर की कुल 1,16,000 यूनिट्स की बिक्री हुई, जबकि इसी दौरान टाटा पंच ने 1,26,000 यूनिट्स से भी ज्यादा की बिक्री दर्ज की। यह आंकड़ा इस बात का स्पष्ट संकेत है कि टाटा पंच ने मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। अगर हम पेट्रोल के अलावा अन्य मॉडलों की बिक्री को देखें, तो वैगनआर की 45% बिक्री सीएनजी वेरिएंट से आई है, जबकि पंच की कुल बिक्री का 47% हिस्सा सीएनजी और इलेक्ट्रिक वेरिएंट से आया है। यह दर्शाता है कि ग्राहक अब केवल पेट्रोल पर निर्भर नहीं हैं, बल्कि वे वैकल्पिक ईंधन विकल्पों की ओर बढ़ रहे हैं।
The secret of Tata Punch’s success
Tata Punch एक माइक्रो एसयूवी है, जो कम कीमत पर एसयूवी जैसी सुविधाएं देती है। यह पेट्रोल के अलावा सीएनजी और इलेक्ट्रिक वेरिएंट्स के साथ उपलब्ध है, जो इसे एक बहुपरकारी विकल्प बनाता है। पंच ने मल्टी-फ्यूल विकल्पों को अपनाया है, जो ग्राहकों को पेट्रोल के अलावा सीएनजी और इलेक्ट्रिक विकल्प चुनने की स्वतंत्रता प्रदान करता है। इसके इलेक्ट्रिक और सीएनजी वेरिएंट्स ने कुल बिक्री का 47% हिस्सा बनाया है, जो यह दर्शाता है कि उपभोक्ताओं की रुचि अब पारंपरिक ईंधन से हटकर वैकल्पिक ईंधन की ओर बढ़ रही है।
इस बदलाव से यह स्पष्ट है कि भारतीय कार बाजार में अब पारंपरिक ईंधन से ज्यादा वैकल्पिक ईंधन विकल्पों की तरफ खींचाव बढ़ रहा है, और टाटा पंच इस ट्रेंड को सफलतापूर्वक स्वीकार कर रहा है।
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