कपास की खेती करने वाले किसानों के लिए यह समय काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि नरमा कपास के भाव में लगातार तेजी देखी जा रही है। हाल के दिनों में कपास के दामों में भारी उछाल आया है, जिससे किसानों और व्यापारियों के बीच चर्चा तेज हो गई है। इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कपास की बढ़ती मांग और उत्पादन में आई कमी मानी जा रही है। अगर आप भी कपास की खेती करते हैं या इस बाजार से जुड़े हैं, तो यह लेख आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। आइए जानते हैं कि आज नरमा कपास का भाव क्या है और यह कितना ऊपर गया है।
आज के ताजा नरमा कपास के भाव (2025)
राज्य | मंडी | न्यूनतम भाव (₹/क्विंटल) | अधिकतम भाव (₹/क्विंटल) | औसत भाव (₹/क्विंटल) |
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राजस्थान | श्रीगंगानगर | 7,100 | 7,500 | 7,300 |
हनुमानगढ़ | 7,050 | 7,400 | 7,225 | |
संगरिया | 7,200 | 7,600 | 7,400 | |
हरियाणा | फतेहाबाद | 6,900 | 7,350 | 7,125 |
सिरसा | 7,000 | 7,450 | 7,225 | |
पंजाब | अबोहर | 6,800 | 7,300 | 7,050 |
(नोट: ये भाव मंडी की दैनिक नीलामी के आधार पर बदल सकते हैं, ताजा अपडेट के लिए स्थानीय मंडी से संपर्क करें।)
नरमा कपास के दाम बढ़ने के कारण
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग बढ़ी – दुनिया भर में कपास की मांग लगातार बढ़ रही है, जिससे भारतीय बाजार पर भी असर पड़ रहा है।
- फसल उत्पादन में गिरावट – मौसम परिवर्तन और फसलों में रोग लगने की वजह से कपास की पैदावार प्रभावित हुई है, जिससे कीमतों में उछाल आया है।
- सरकारी नीतियां और निर्यात मांग – सरकार द्वारा किसानों को उचित मूल्य दिलाने के लिए किए गए प्रयासों और निर्यात मांग में इजाफे के कारण भी कपास के दाम बढ़े हैं।
- कॉटन मिलों की खरीदारी में तेजी – कपड़ा उद्योग में मांग बढ़ने के कारण मिलें ज्यादा मात्रा में कपास खरीद रही हैं, जिससे कीमतें ऊपर जा रही हैं।
क्या आने वाले दिनों में कपास के भाव और बढ़ेंगे?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कपास की मांग बनी रही और उत्पादन में ज्यादा सुधार नहीं हुआ, तो आने वाले समय में कपास के दामों में और वृद्धि देखने को मिल सकती है। हालांकि, किसानों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार पर नजर रखें और सही समय पर अपनी फसल बेचकर अच्छा मुनाफा कमाएं।
(डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। ताजा और सटीक जानकारी के लिए हमेशा स्थानीय मंडी से संपर्क करें।)