मध्य प्रदेश की “लाड़ली बहना योजना” ने लाखों महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण का मौका दिया है। इस योजना के तहत राज्य सरकार हर महीने पात्र महिलाओं को ₹1,250 की आर्थिक सहायता प्रदान करती है। लेकिन हाल ही में खबर आई है कि 1.63 लाख महिलाओं के नाम इस योजना की सूची से हटाए जाने वाले हैं। इसका कारण योजना की पात्रता शर्तों का उल्लंघन बताया जा रहा है।
क्यों हटाए जा रहे हैं नाम?
लाड़ली बहना योजना का लाभ केवल उन्हीं महिलाओं को दिया जाता है जो सरकार द्वारा निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा करती हैं। जिन महिलाओं के नाम सूची से हटाए जा रहे हैं, उनके लिए निम्न कारण बताए गए हैं:
- आय सीमा का उल्लंघन: योजना में शामिल होने के लिए परिवार की वार्षिक आय ₹2.5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- सरकारी नौकरी: जिन महिलाओं के परिवार में कोई सरकारी कर्मचारी हैं, वे इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
- फर्जी दस्तावेज़: कई महिलाओं ने योजना में शामिल होने के लिए फर्जी दस्तावेज़ जमा किए थे।
- दोहरी पात्रता: कुछ महिलाओं का नाम दो बार दर्ज पाया गया है।
किन्हें मिलेगा योजना का लाभ?
राज्य सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि पात्र महिलाओं को इस योजना का लाभ मिलता रहेगा। जो महिलाएं निम्नलिखित शर्तें पूरी करती हैं, वे इस योजना का हिस्सा बनी रहेंगी:
- महिला की आयु 21 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- वार्षिक पारिवारिक आय ₹2.5 लाख से कम हो।
- महिला का नाम राज्य की मतदाता सूची में हो।
नाम कटने की प्रक्रिया कैसे होगी?
- जांच रिपोर्ट के आधार पर: प्रशासन द्वारा पात्रता की गहन जांच के बाद नाम सूची से हटाए जाएंगे।
- सूचना दी जाएगी: जिन महिलाओं के नाम कटेंगे, उन्हें स्थानीय पंचायत या शहरी निकाय द्वारा सूचित किया जाएगा।
- सुधार का मौका: यदि किसी महिला को लगता है कि उसका नाम गलत तरीके से हटाया गया है, तो वह आपत्ति दर्ज करा सकती है।
सरकार का उद्देश्य
मध्य प्रदेश सरकार का कहना है कि योजना का उद्देश्य केवल जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। फर्जी लाभार्थियों को हटाने से सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि योजना का लाभ सही लोगों तक पहुंचे।
1.63 लाख महिलाओं के नाम योजना से हटाना एक बड़ी कार्रवाई है, लेकिन यह जरूरी भी है ताकि केवल पात्र लाभार्थी ही इस योजना का हिस्सा बन सकें। यदि आप इस योजना से जुड़े हैं, तो पात्रता शर्तों की जानकारी रखें और समय पर अपनी जानकारी को अपडेट करें।