ग्रामीण भारत महोत्सव 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में ‘ग्रामीण भारत महोत्सव 2025’ का उद्घाटन किया। इस महोत्सव का प्रमुख विषय है: “विकसित भारत 2047 के लिए सशक्त ग्रामीण भारत का निर्माण”। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं दी और इसे भारत की विकास यात्रा की झलक मानते हुए महोत्सव को देशभर के लिए एक पहचान बताया। उन्होंने महोत्सव को सफल बनाने के लिए NABARD और अन्य सहयोगियों को बधाई दी।प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि हर गांव तक विकास पहुंचे, क्योंकि उन्होंने विश्वास जताया कि “गांवों का विकास ही विकसित भारत के सपने को साकार करेगा”। इस महोत्सव के माध्यम से सरकार ग्रामीण भारत के विकास को एक नई दिशा देने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि 2047 तक भारत एक सशक्त और समृद्ध राष्ट्र बन सके।
गांवों की समस्याओं को समझते हुए किया विकास का संकल्प
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने खुद अपना बचपन छोटे से कस्बे और गांवों में बिताया, जहां उन्होंने ग्रामीण जीवन की कठिनाइयों को नजदीक से देखा। उन्होंने बताया कि ग्रामीण भारत के लोग मेहनती होते हैं, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण वे अपनी संभावनाओं को सही तरीके से नहीं पहचान पाते। प्रधानमंत्री ने इस स्थिति को बदलने का संकल्प लिया और ग्रामीण भारत के विकास के लिए अपनी सरकार की नीतियों को आगे बढ़ाया।
कृषि, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे में होगा सुधार
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण भारत को सशक्त बनाना, गांववासियों के लिए अधिक अवसर पैदा करना और पलायन को कम करना है। उन्होंने इस संदर्भ में स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन, आयुष्मान भारत योजना, और स्वामित्व योजना जैसी प्रमुख योजनाओं का जिक्र किया। इन योजनाओं के तहत ग्रामीण इलाकों में शौचालय, पक्के मकान, स्वच्छ पानी, और स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जा रही हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं में डिजिटल तकनीकों का प्रयोग
प्रधानमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए डिजिटल तकनीकों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अब 1.5 लाख से अधिक आयुष्मान आरोग्य केंद्र ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इसके साथ ही, टेलीमेडिसिन, डिजिटल डॉक्टर कनेक्ट और ई-संजीवनी जैसी तकनीकों ने लाखों ग्रामीणों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया है।
ग्रामीण युवाओं को रोजगार देने से संबंधित योजनाएं
प्रधानमंत्री ने बताया कि एमएसएमई और ग्रामीण युवाओं को रोजगार देने के लिए उनकी सरकार ने कई योजनाएं लागू की हैं, जिनमें क्रेडिट लिंक गारंटी योजना, मुद्रा योजना, स्टार्ट-अप इंडिया, और स्टैंड-अप इंडिया जैसी योजनाएं प्रमुख हैं। इन योजनाओं से एक करोड़ से अधिक ग्रामीण एमएसएमई को लाभ मिला है।