बारिश और ठंड में फसलों की सुरक्षा के लिए IARI की सलाह
नई दिल्ली: भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) ने 31 दिसंबर 2024 को अपने साप्ताहिक कृषि परामर्श में किसानों को आगामी 1 से 5 जनवरी 2025 तक के लिए फसलों की देखभाल करने के लिए विशेष सलाह दी है। संस्थान ने विशेष रूप से बारिश और ठंड के मौसम में फसलों की सुरक्षा के उपायों को लेकर किसानों को जागरूक किया है।
कृषि विशेषज्ञों की सलाह
- खड़ी फसलों में सिंचाई न करें: हाल की बारिश के कारण सभी खड़ी फसलों में अतिरिक्त सिंचाई से बचें।
- सरसों की फसल में सफेद रतुआ रोग की निगरानी: खासतौर पर देर से बोई गई सरसों में सफेद रतुआ रोग की संभावना रहती है, इस पर नजर रखें और लक्षण दिखाई देने पर त्वरित उपचार करें।
- आलू और टमाटर की फसल में रोगों की संभावना: आलू और टमाटर में हवा में अधिक नमी के कारण झुलसा रोग हो सकता है। लक्षण दिखाई देने पर डाईथेन-एम-45 का छिड़काव करें।
- गोभी वर्गीय सब्जियों में कीटों का नियंत्रण: गोभी वर्गीय सब्जियों में कीटों की निगरानी करें और बीटी या स्पेनोसेड का छिड़काव करें।
- गेंदे की फसल: अधिक आर्द्रता के कारण पुष्प सड़न रोग का खतरा रहता है, जिसके लिए नियमित निगरानी और त्वरित उपचार की सलाह दी गई है।
आगामी मौसम पूर्वानुमान
1 से 5 जनवरी 2025 तक मौसम में हल्का बदलाव हो सकता है, साथ ही 5 जनवरी को हल्की बारिश की संभावना है। अधिकतम तापमान 17°C से 20°C और न्यूनतम तापमान 10°C से 13°C के बीच रह सकता है। सुबह के समय कोहरे की संभावना भी जताई गई है।IARI की इस सलाह के अनुसार, किसानों को मौसम के बदलाव के अनुसार अपनी फसल सुरक्षा कार्यवाहियों को प्राथमिकता देना चाहिए ताकि नुकसान से बचा जा सके।