रूपे किसान क्रेडिट कार्ड से संबंधित जानकारी..
25 दिसंबर 2024 को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में 10,000 नवगठित बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS), डेयरी और मत्स्य सहकारी समितियों का शुभारंभ किया। इस मौके पर मंत्री शाह ने बताया कि यह पहल अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर की गई है। इसके तहत किसानों को बेहतर वित्तीय सेवाएं और सुविधाएं देने के लिए रूपे किसान क्रेडिट कार्ड और माइक्रो एटीएम की शुरुआत की गई है।
रूपे किसान क्रेडिट कार्ड: कम खर्च में मिलेगा ऋण
इस अभियान का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है “रूपे किसान क्रेडिट कार्ड”, जो किसानों को कम ब्याज दरों पर ऋण प्रदान करेगा। सहकारिता मंत्री ने कहा कि इस पहल के माध्यम से किसानों को माइक्रो एटीएम और किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए सुविधाजनक तरीके से ऋण मिल सकेगा। इस योजना के अंतर्गत, किसानों को कम खर्च पर ऋण मिल सकेगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और वे अपनी कृषि गतिविधियों को सशक्त बना सकेंगे।
10,000 नई प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) का गठन
सहकारिता मंत्री ने यह भी बताया कि अगले पांच वर्षों में सरकार 2 लाख नए PACS बनाने का लक्ष्य रखे हुए है। इसके तहत पहले चरण में 22,750 PACS और दूसरे चरण में 47,250 PACS बनाए जाएंगे। इसके अलावा, एनडीडीबी 56,500 नई समितियाँ बनाएगा और 46,500 मौजूदा समितियों को सुदृढ़ करेगा। यह प्रयास किसानों को बेहतर ऋण सुविधाएं और कृषि संबंधित कार्यों के लिए सहकारिता समितियों से सशक्त रूप से जोड़ने के लिए किया जा रहा है।
32 नई गतिविधियाँ जोड़कर PACS को बहुआयामी बनाया गया
केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि PACS को कम्प्यूटराइज किया गया है और उन्हें भंडारण, खाद, गैस वितरण, उर्वरक वितरण जैसे 32 नई गतिविधियों से जोड़ा गया है। इससे PACS की कार्यक्षमता बढ़ेगी और ग्रामीण क्षेत्रों में सहकारिता के माध्यम से किसानों के लिए विविध सेवाएं उपलब्ध होंगी। यह कदम कृषि क्षेत्र के विकास और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
किसानों के लिए सहकारिता की अहमियत
मंत्री ने यह भी कहा कि सहकारिता मंत्रालय द्वारा बनाई गई इस संरचना से गांव के हर नागरिक को किसी न किसी रूप में सहकारिता की सेवाओं का लाभ मिलेगा। इसके माध्यम से किसानों की उपज को वैश्विक बाजार तक पहुंचाने में मदद मिलेगी और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।किसान और ग्रामीण समुदाय को लाभान्वित करने के लिए यह एक बहुद्देशीय कार्यक्रम है, जो भारतीय कृषि क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।