योजना के तहत महिला सशक्तिकरण के लिए मिलेगी 60% वित्तीय सहायता
महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार ने एक नई योजना शुरू की है, जिसके तहत महिलाओं को 60% वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इस योजना का नाम प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana) है। यह योजना महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इसके माध्यम से उन्हें वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण और उद्यमिता के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। इस योजना से महिलाओं को न केवल सशक्त बनाया जा रहा है, बल्कि मछली पालन क्षेत्र में उनकी भागीदारी को भी बढ़ावा मिल रहा है। महिलाएं अब देश की आर्थिक प्रगति में मजबूत योगदान दे रही हैं।
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना क्या हैं??
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) भारत सरकार की एक प्रमुख योजना है, जिसका उद्देश्य मात्स्यिकी क्षेत्र का समग्र विकास करना है। इसका मुख्य उद्देश्य मछली पालन से जुड़े लोगों, खासकर महिलाओं और वंचित वर्गों को सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत महिलाओं को विशेष वित्तीय सहायता और अन्य संसाधन प्रदान किए जा रहे हैं ताकि उनकी आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार हो सके।
60% वित्तीय सहायता मिलेगी
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत महिला लाभार्थियों को 60% तक की वित्तीय सहायता दी जाती है। यह सहायता विभिन्न गतिविधियों के लिए उपलब्ध है, जैसे:
- मछली पालन
- हैचरी निर्माण
- समुद्री घास की खेती (सी वीड फार्मिंग)
- शेलफिश की खेती (बाइवल्व कल्टीवेशन)
- सजावटी मछली पालन (ऑर्नामेंटल फिशरीज)
- मछली प्रसंस्करण और विपणन
- इन गतिविधियों के माध्यम से महिलाएं मछली उत्पादन से लेकर प्रसंस्करण और बिक्री तक के सभी चरणों में भाग ले सकती हैं।
महिला लाभार्थियों की संख्या और परियोजनाएं
2020-21 से 2024-25 तक इस योजना के तहत कुल 3049.91 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। अब तक 56,850 महिलाएं इस योजना का लाभ प्राप्त कर चुकी हैं। तमिलनाडु में विशेष रूप से 11,642 महिलाएं लाभार्थी बनी हैं। वहीं, तमिलनाडु में सी वीड फार्मिंग को मिशन मोड में बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे छोटे मछुआरे, विशेषकर महिला मछुआरा परिवारों को आय और कल्याण के लाभ मिल रहे हैं।
महिलाओं के लिए प्रशिक्षण और उद्यमिता विकास
PMMSY योजना के तहत महिलाओं को प्रशिक्षण और कौशल विकास के कार्यक्रम भी दिए जा रहे हैं। राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड (NFDB) ने 5,000 से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया है। NFDB महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कार्यशालाएं और स्टार्टअप कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। विभिन्न संस्थानों और विश्वविद्यालयों के माध्यम से महिला लाभार्थियों को व्यवसाय और उद्यमिता में सशक्त बनाया जा रहा है।
वित्तीय सहायता की सीमा
PMMSY योजना के तहत महिलाओं को बड़े उद्यमिता मॉडल के लिए सहायता दी जा रही है:
- कुल परियोजना लागत का 60% तक अनुदान उपलब्ध है।
- परियोजना की अधिकतम लागत: 5 करोड़ रुपये
- सब्सिडी की अधिकतम सीमा: 5 करोड़ रुपये
- इस योजना से महिलाएं मछली पालन के क्षेत्र में उद्यमी बनकर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही हैं। राज्य के जिला अधिकारियों द्वारा योजना की निगरानी की जाती है, और राज्य सरकारें योजना की प्रगति रिपोर्ट जमा करती हैं ताकि धन का सही उपयोग सुनिश्चित हो सके।
महिलाओं की भागीदारी का महत्व
महिलाएं मात्स्यिकी मूल्य श्रृंखला में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। वे उत्पादन, प्रसंस्करण और बिक्री के सभी स्तरों पर योगदान दे रही हैं। इस योजना के माध्यम से महिलाओं को आजीविका के नए अवसर मिल रहे हैं। इससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है और वे सामाजिक रूप से सशक्त हो रही हैं।
आवेदन कैसे करें?
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का लाभ लेने के लिए आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। इसके लिए आपको योजना से संबंधित सभी आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करना अनिवार्य होगा।